हर व्यक्ति के घर में घडी तो होती हैं। किसी के घर में बड़ी तो किसी के घर में छोटी घडी होती हैं। सामान्तया कोई व्यक्ति घर में घडी उस जगह लगाता हैं जहाँ से घडी देखने में आसानी हो। लेकिन क्या आपको पता हैं कि घडी लगाने की दिशा भी वास्तु के अनुसार शुभ-अशुभ होती हैं। घडी के बारे वास्तु बहुत कुछ कहता हैं। ऐसा भी माना जाता हैं कि किसी को भी उपहार में कभी भी घडी नही देनी चाहिए। ऐसा करने से आप उसे अच्छे समय के साथ-2 बुरा समय भी तोहफे में दे रहे हैं।
Image: Google
भारतीय वास्तु शास्त्र और चीन के फेंग शुई के अनुसार घडी को कभी भी घर की दक्षिण दीवार पर नहीं लगाना चाहिए। घडी को दक्षिण दिशा में लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवेश होने लगता हैं और सकारात्मक ऊर्जा कम होती जाती हैं। वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता हैं। और यम म्रत्यु का देवता हैं। इसी कारण दक्षिण दिशा में घडी कभी नहीं लगानी चाहीये।
इसके साथ ही घर में कभी भी बन्द घडी को नहीं लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जाओं का ठहराव हो जाता हैं और नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती हैं। इसके साथ ही वास्तु के अनुसार घर के दरवाजे पर भी घडी नहीं लगनी चाहिए। आप दक्षिण दिशा में कुछ लगाना चाहते हैं तो आप घर के मुखिया की तस्वीर लगा सकते हैं। और भी इसी तरह की पोस्ट के लिये हमे फॉलो करना ना भूलें।
Image: Google
भारतीय वास्तु शास्त्र और चीन के फेंग शुई के अनुसार घडी को कभी भी घर की दक्षिण दीवार पर नहीं लगाना चाहिए। घडी को दक्षिण दिशा में लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवेश होने लगता हैं और सकारात्मक ऊर्जा कम होती जाती हैं। वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता हैं। और यम म्रत्यु का देवता हैं। इसी कारण दक्षिण दिशा में घडी कभी नहीं लगानी चाहीये।
इसके साथ ही घर में कभी भी बन्द घडी को नहीं लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जाओं का ठहराव हो जाता हैं और नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती हैं। इसके साथ ही वास्तु के अनुसार घर के दरवाजे पर भी घडी नहीं लगनी चाहिए। आप दक्षिण दिशा में कुछ लगाना चाहते हैं तो आप घर के मुखिया की तस्वीर लगा सकते हैं। और भी इसी तरह की पोस्ट के लिये हमे फॉलो करना ना भूलें।
No comments:
Post a Comment